
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजना है। इस पोस्ट में हम बात करेंगे प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना क्या है । प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का आप लाभ कैसे ले सकते है । उज्ज्वला योजना एलपीजी गैस सिलेंडर कैसे प्राप्त होगा । इसके लिए पात्रता (eligibility) क्या है । उज्ज्वला योजना के लिए आप आवेदन कैसे कर सकते है ।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजना है इसका मुख्य उद्देश्य भारत के निम्न आय वर्ग से आने वाले परिवारों को मुफ्त में रसोई गैस तथा सिलेंडर का कनेक्शन देकर निम्न तबके की महिलाओ को कार्बनिक कच्चे ईंधन (लकड़ी, कण्डे- गोबर के उपले) से होने वाली बीमारियों से मुक्ति दिलाना है ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसे 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) का उद्धघाटन किया गया था । यह योजना भारत सरकारी की बड़ी योजनाओ में से एक है तथा यह स्वच्छ भारत मिशन का ही एक भाग है । इसमें कच्चे ईंधन से होने वाले प्रदूषण तथा उससे होने वाली बीमारियों को ध्यान में रख कर इस योजना का क्रियान्वयन किया है।
उज्ज्वला योजना (PMUY) के तहत भारत सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को घरेलू रसोई गैस (एलपीजी गैस) का कनेक्शन मुफ्त में प्रधान करवाएगी । इसमें कोई भी व्यक्ति जो 2011 की जनगणना के हिसाब से जो परिवार बीपीएल कैटेगरी में आते हैं। इसके लिए आवेदन कर सकते है ।
भारत सरकार का लक्ष अगले 3 साल में 5 करोड़ बीपीएल परिवारों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध करवाने का है । 2016 – 2017 में भारत सरकार ने 1.5 करोड़ बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवारों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध करए थे।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सहयोग से चलाई जा रही है। इसके लिए भारत सरकार ने भी 8,000 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी है।
उज्ज्वला योजना का मुख्य उद्देश्य
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का मुख्य उद्देश्य स्वच्छ ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देना है जिस से की महिलाओ को कच्चे ईंधन से होने वाली बीमारियों से बचा सके इसके तहत घर घर में स्वच्छ ईंधन रसोई गैस को बढ़ावा देना है। इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा और महिलाओं के स्वास्थ्य कि भी सुरक्षा कि जा सकती है।
- वर्तमान में उपयोग में आने वाले अशुद्ध जीवाश्म ईंधन के उपयोग को कम करना और शुद्ध ईंधन के उपयोग को बढाकर प्रदुषण में कमी लाना भी योजना के प्रमुख लक्ष्यों में से एक है।
- जो बीमारियाँ खाना बनाने के लिए उपयोग में आने वाले अशुद्ध जीवाश्म ईंधन के जलने से होती हैं, उज्ज्वला योजना के लागू होने के बाद उनमें भी कमी आने की सम्भावना है। इस प्रकार यह योजना महिलाओं और बच्चों को स्वस्थ रखने में भी सहायक सिद्ध होगी।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना [PMUY] के लिए कैसे आवेदन करें
प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस के लिए आवेदन करना बहुत ही आसान है इसके लिए बस आप का नाम बीपीएल (गरीबी रेखा) सूची में होना आवयक है । इच्छुक उम्मीदवार जो इस योजना के तहत रसोई गैस कनेक्शन चाहते हैं उन्हें योजना का आवेदन पत्र भरकर अपने नजदीकी एलपीजी वितरण केंद्र में जमा कराना होगा।
उज्ज्वला योजना का आवेदन पत्र एलपीजी (रसोई गैस) वितरण केंद्र से मुफ्त में प्राप्त किया जा सकता है अथवा ऑनलाइन भी डाउनलोड किया जा सकता है।
दो पन्ने के आवेदन पत्र में प्रस्तुत सभी सभी जानकारी जैसे कि नाम, पता, आधार कार्ड नंबर, जन धन/बैंक खाता संख्या इत्यादि भरकर वितरण केंद्र पर जमा करवाना होगा।
सलग्न आवेदन पत्र के में आवेदक को यह भी बताना होगा की उसे 14.2 किलो वाला गैस सिलिंडर चाहिए या फिर 5 किलो वाला।
आवेदन पात्र कहा से प्राप्त करे
उज्ज्वला योजना के लिए आवेदन करने के लिए निर्धारित आवेदन पत्र अपने नजदीकी एलपीजी वितरण केंद्र से मुफ्त में प्राप्त किया जा सकता है। आवेदन पत्र ऑनलाइन भी डाउनलोड किया जा सकता है उसके बाद प्रिंट लेकर भरा जा सकता है।
आवेदन पत्र हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओँ में उपलब्ध है। आवेदन पत्र ऑनलाइन डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
उज्ज्वला योजना आवेदन पात्र डाउनलोड करे click
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में लगने वाले दस्तावेज
आवेदन फॉर्म के साथ निम्नलिखित दस्तावेज भी एलपीजी केंद्र पर जमा करने होंगे।
- पंचायत अधिकारी या नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा अधिकृत बीपीएल प्रमाणपत्र
- बीपीएल राशन कार्ड
- फोटो प्रमाण पात्र (आधार कार्ड /मतदाता पहचान पत्र)
- एक पासपोर्ट साइज फोटो
- राजपत्रित अधिकारी द्वारा सत्यापित स्व-घोषणा पत्र
- बैंक स्टेटमेंट
- एड्रेस प्रूफ (फ्लैट आवंटन / कब्ज़ा पत्र / आवास पंजीकरण दस्तावेज)
- बीपीएल सूची में नाम का प्रिंट आउट
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के पात्रता [ELIGIBILITY]
प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना के लिए कुछ नियम व सरते है जिसके तहत ही उम्मीदवार परिवार को पात्र मन जायेगा । उम्मीदवार परिवार पात्र होने पर ही उसे उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त में रसोई गैस कनेक्शन प्रदान किये जायेंगे जो की निम्नलिखित है –
- आवेदक का नाम एसईसीसी [SECC] – 2011 कि सूची में होना आवश्यक है अगर उसका नाम सूची में नहीं है तो वो इस योजना के लिए अपात्र मन जाएग।
- आवेदन करता परिवार से कोई महिला ही होनी चाहिए पुरुष इस योजना में आवेदन नहीं कर सकते है।
- आवेदक महिला की उम्र 18 साल या इससे अधिक होनी चाहिए ।
- आवेदक महिला के परिवार का नाम बीपीएल परिवार की सूचि में होना अति आवश्यक है ।
- आवेदक के घर में किसी के नाम से पहले से ही कोई भी एलपीजी कनेक्शन नहीं होना चाहिए ।
- आवेदक के पास बीपीएल प्रमाण पत्र अथवा बीपीएल राशन कार्ड का होना आवश्यक है ।
- आवेदक द्वारा आवेदन फॉर्म में दी गयी सभी जानकारी ठीक होनी चाहिए ।
योजना के के लिए आये सभी आवेदनों मेसे राज्य तथा क्रेन्द्र सरकार मिलकर आखरी सूचि तैयार करेगी । पेट्रोलियम और प्राकृतिक रसोई गैस मंत्रालय आये आवेदकों की जानकारी को एसईसीसी -2011 के डेटाबेस के साथ मैच कराएंगी उसके बाद ही गैस कनेक्शन उपलब्ध कराएंगी।
गरीब परिवार को 1600 रूपए की सहता –
योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार प्रत्येक पात्र गरीबी रेखा [बीपीएल] से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार को 1600 रूपए की वित्तीय सहायता भी प्रदान करेगी जिस से की गरीब परिवार प्रथम बार मिलने वाले सिलेंडर को भरवा सके तथा उसके साथ गैस चूला [स्टोव] भी खरीद सके।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना भारत सरकार के अधीनस्त पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के द्वारा चलाई जाती है । पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की इस प्रकार की यहाँ पहली योजना है जिस से की डायरेक्ट लोगो को फायदा पहुंचाया जा रहा है । इस से पहले पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय का मुख्य काम तेल व्यापार कम्पनियों का क्रियान्वयन था । प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का निर्वाहन पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय बहुत ही कुसल तरीके से कर रहा है। वित्तीय वर्ष 2016 – 2017 में मंत्रालय ने 1.5 करोड़ गरीब लोगो तक इस योजना को पहुंचाया।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की ऑफिसियल वेबसाइट भी देख सकते है जिसका की लिंक नीचे दिया गया है –
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय