
आज हम आप लोगों के लिए एक नया आर्टिकल लेकर आए हैं, जिसमें हम जानेंगे कि, शेयर मार्केट क्या है, भारत में शेयर मार्केट कैसे काम करता है, और आप कैसे मार्केट में निवेश करके मुनाफा कमा सकते हैं.
दोस्तों कोरोना वायरस और उसके चलते गिरती अर्थव्यवस्था ने हमें यह सिखा दिया कि हमारे लिए पैसों को निवेश करके अपने भविष्य को सुरक्षित करना कितना ज्यादा जरूरी है.
हम सभी चाहते हैं कि हमें एकअच्छी सैलरी वाली जॉब मिले, लेकिन एक अच्छी जॉब होने के साथ-साथ हमें अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सही जगह निवेश करने की भी जरूरत होती है.
हमारी सोसाइटी का एक बड़ा हिस्सा निवेश करने के लिए पीएफ, पीपीएफ, फिक्स डिपाजिट जैसे सुरक्षित ऑप्शंस को चुनते हैं लेकिन इन ऑप्शंस में रिस्क कम होने के साथ रिटर्न भी कम होता है (6-8% सालाना).
भारत में शेयर मार्केट भी निवेश करने के लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है, जिसमें थोड़े रिस्क के साथ आप को काफी अच्छा रिटर्न मिलने के आसार होते हैं. बहुत सी ब्लू चिप कंपनियां सालाना 12 से 15% रिटर्न देती आ रही है.
भारत एक विकासशील देश है जिसमें ग्रोथ के बहुत सारे अवसर उपलब्ध हैं. बहुत सारी विदेशी कंपनियां वर्तमान में भारत में निवेश कर रही है और भविष्य में भी करती रहेंगी. फेसबुक, व्हाट्सएप जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियां रिलायंस इंडस्ट्री जैसी भारतीय कंपनियों के माध्यम से भारत में निवेश कर रही हैं.
भारत की राज्य सरकारे भी ऐसी नीतियां बनाने में लगी है जिससे कि चाइना में स्थापित विदेशी कंपनियों को भारत में बुलाया जा सके. भारत सरकार भी भारतीय बाजार में FDI ( फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट ) को आसान बनाने के लिए काम कर रही है जिससे कि विदेशी कंपनियां आसानी से भारत में निवेश कर सकें. तो क्यों ना हम भी इस विकासशील भारतीय बाजार का फायदा उठाएं और शेयर मार्केट से कुछ मुनाफा कमाए.
शेयर मार्केट से ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए आपको सबसे पहले शेयर मार्केट की वर्किंग के बारे में जानना जरूरी है. तो आइए जानते हैं कि भारत में शेयर मार्केट कैसे काम करता है और कैसे आप निवेश कर सकते हैं.
शेयर मार्केट क्या है? (What is Share market in hindi)
आप के मन में ये सवाल बहुत बार आया होगा की आखिर ये शेयर मार्केट है क्या? अगर हम शेयर मार्केट को सरल शब्दों में समझे तो शेयर मार्केट एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां आप किसी भी (Listed) कंपनियों के शेयर ( हिस्सेदारी) खरीद या बेच सकते है,
साथ ही आप यहाँ पर किसी भी कम्पनी जो की शेयर मार्केट में लिस्टेड हो में उसके शेयर खरीद कर आप उस कंपनी के छोटे से हिस्सेदार या यूं कहे छोटे से मालिक बन जाते हैं. शेयर मार्केट के माध्यम से कंपनियां अपने मालिकाना हक का कुछ हिस्सा पब्लिक के बीच बेच देती है
अगर आप उस कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप भी उस कंपनी के प्रॉफिट के हिस्सेदार बन जाते हैं. इससे कंपनी को यह फायदा होता है कि उसे अपनी कंपनी में निवेश करने के लिए और पैसा मिल जाता है, और निवेशक को यह फायदा होता है की कंपनी के मुनाफे में उसे भी अपना हिस्सा मिलता है.
इस हिस्से को शेयर मार्केट की भाषा में डिविडेंड (Dividend) कहते हैं. साथ ही साथ उस कंपनी के शेयर का रेट बढ़ने पर उसे बेचने पर भी आपको फायदा होगा. कंपनी की performance के हिसाब से उस कंपनी के शेयर का रेट बढ़ता है या घटता रहता है.
SEBI क्या है? ( What is SEBI in hindi)
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) : यह भारत सरकार द्वारा बनाई गई एक ऐसी संस्था है जिसका काम शेयर मार्केट को चलाने के लिए जरूरी rules को बनाना और यह देखना है की सभी निवेशक और कंपनियां rules को follow करें. क्यों संस्था निवेशको , कंपनियों और ब्रोकरेज कंपनियों के लिए नियम बनाती है. यह एक प्रकार से शेयर मार्केट की पुलिस के जैसे काम करती है.
Stock Exchange क्या है ? (What is stock exchange in hindi)
स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange) एक ऐसा बाजार है जहां पर कंपनी के शेयरों को बेचा-खरीदा जाता है. स्टॉक एक्सचेंज कंपनी और निवेशकों को शेयर ट्रेडिंग ( खरीदी-बिक्री) की सुविधा देती है. भारत में दो मुख्य स्टॉक एक्सचेंज है.
- मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange/ BSE)
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange/NSE)
किसी भी कंपनी के लिए शेयर मार्केट में अपनी कंपनी के शेयर लाने से पहले खुद को इनमें से किसी एक एक्सचेंज में रजिस्टर करना जरूरी होता है.
सेंसेक्स इंडेक्स (SENSEX index) Bombay Stock Exchange मैं आता है, और निफ़्टी इंडेक्स (Nifty index) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में आता है.
स्टॉक ब्रोकर्स/ ब्रोकरेज (Stock broker/Brokerage)
स्टॉक ब्रोकर एक ऐसी कंपनी होती है जो निवेशक के लिए स्टॉक एक्सचेंज से शेयर की खरीदी बिक्री करती है और उसके बदले में कुछ Fees लेती है. Zerodha, HDFC, Upstox यह सब भारत की कुछ ब्रोकरेज कंपनियां है. इन कंपनियों में आप अपना डिमैट अकाउंट बनाकर किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद या बेच सकते हैं.
निवेशक/ शेयर धारक (Investor)
निवेशक अपने पैसों से किसी कंपनी के शेयर को खरीद कर उसमें निवेश करता है और ज्यादा से ज्यादा प्रॉफिट (profit ) कमाने की कोशिश करता है.
शेयर मार्केट कैसे काम करता है ?
शेयर कैसे काम करता है इसको समझने के लिए हमे शेयर मार्केट की वर्किंग को समझना होगा आप निम्नलिखित के द्वारा समझ सकते है –
आईए जानते हैं कि शेयर मार्केट की वर्किंग क्या है और यह कैसे काम करता है?
जब कोई कंपनी सबसे पहले मार्केट में अपने शहर को लाती है तो उसके लिए उसे खुद को BSE या NSE मैं लिस्ट (Register) कराना होता है. लिस्टिंग के बाद कंपनी मार्केट में अपना IPO ( इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) लाती है. निवेशको को एक fix time period ( 2-7 दिन) मैं कंपनी के शेयर के लिए बोली (bidding) लगाकर खरीदना होता है, इसे प्राइमरी मार्केट (Primary Market) कहते हैं. Bidding का टाइम खत्म होने के बाद शेयर अलॉटमेंट होता है, जिसके बाद निवेशक उस कंपनी के शेयरों को Current Market Rate पर या मनचाहे रेट पर bid लगाकर खरीद और बेच सकते हैं, जिसे सेकेंडरी मार्केट (secondary Market) कहते हैं.
शेयर मार्केट में शेयर की खरीदी बिक्री कैसे होती है?
अगर आप शेयर मार्केट में किसी कंपनी का शेयर खरीदना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको किसी एक ब्रोकरेज फर्म में अपना डिमैट अकाउंट खुलवाना पड़ेगा. जब आप अपना डिमेट अकाउंट खुलवा लेंगे फिर आप किसी भी कम्पनी जो की लिस्टेड कम्पनी हो के शेयर डिमेट अकाउंट के माध्यम से खरीद सकते है
जब आप अपने डिमैट अकाउंट से किसी कंपनी के शेयर को खरीदने के लिए आर्डर करते हैं तो आपका ब्रोकर आपके लिए स्टॉक एक्सचेंज से उस कंपनी के शेयर को खरीदता है, और अगर उसी समय कोई निवेशक उसी कंपनी के शेयर बेचने के लिए आर्डर लगा चुका हो तो उसके शेयर उसके अकाउंट से आपके अकाउंट में आ जाते हैं, और शेयर के पैसे आपके अकाउंट से उसके अकाउंट में चले जाते हैं.
आप जिन शेयर को खरीदते हैं वह शेयर आप के डिमेट अकाउंट में दिखने लगते है तथा इन शेयर का लेखा जोखा भारत में इस प्रकार के दो कंपनियां हैं जो निवेशकों के शेयर को संभाल कर रखती है. एक है सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विस( इंडिया) लिमिटेड (CDSL) और दूसरी है नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL). यह निवेशको के शेयर का हिसाब किताब रखती है.
शेयर मार्केट मे शेयर का रेट कैसे बदलता है?
आपने कई बार सुना होगा की आज मार्केट का चढ़ गया या गिर गया या आपने अपने डिमैट अकाउंट में शेयरों का रेट हर सेकंडट बदलते देखा होगा और आपके मन में ख्याल आया होगा कि यह रेट कैसे बदलता है , और इसे कौन बदलता है. तो आइए जानते हैं कि शेयर मार्केट में किसी शेयर का रेट कैसे बदलता है.
हम एक उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं.
मान लीजिए बाइक कंपनी किसी मॉडल के लिमिटेड एडिशन निकालती है , और आप वह बाइक 1,00,000 रुपए मैं खरीद लेते हैं. और कुछ दिनों के बाद वह बाइक मार्केट में मिलना बंद हो जाती है. फिर आपका एक दोस्त आपको उसी बाइक के लिए 1,25,000 रुपए ऑफर करता है लेकिन आप उसे मना कर देते हैं. कुछ दिनों के बाद कुछ और लोग आपको 1,50,000 और 1,75,000 रुपए देने के लिए तैयार हो जाते हैं, तो अभी इस समय आपकी बाइक की कीमत क्या होगी?
1,75,000 रुपए??
क्योंकि इस कीमत पर लोग आपकी बाइक खरीदने के लिए तैयार है.
मगर वह बाइक कंपनी उसी मॉडल की और बाइक मार्केट में ले आता है, तो अब क्या होगा. जो लोग पहले आपकी पुरानी बाइक के लिए 1,75,000 तक देने को तैयार थे वे अब कंपनी की न्यू बाइक खरीदना पसंद करेंगे और आपकी बाइक की कीमत गिर जाएगी.
दोस्तों शेयर मार्केट भी ऐसे ही काम करता है. हर कंपनी के शेयर के लिए हर सेकंड हजारों ऑर्डर किए जाते हैं. जब आप किसी कंपनी के शेयर को खरीदते हैं तो आप उसे या तो मार्केट रेट से खरीद सकते हैं या अपने डीमैट अकाउंट से अपने मनचाहे रेट पर ऑर्डर बुक कर सकते हैं. अगर आप मार्केट रेट से अधिक रेट पर ऑर्डर बुक करते हैं और अगर कोई सेलर आपके रेट पर शेयर को बेचने के लिए आर्डर लगाता है, तो उसके शेयर आपके रेट पर आपको मिल जाते हैं .लेकिन उससे मार्केट का शेयर का रेट भी बढ़कर आपके लगाए हुए रेट जितना हो जाता है. हर कंपनी के शेयर हर सेकंड अलग-अलग रेट पर खरीदे और बेचे जाते हैं और आपको दिखने वाला रेट वह प्राइस होता है price होता है जिस price पर आखिरी खरीदी और बिक्री (transaction) हुई होती है.
चुकी हजारों आर्डर हर सेकंड होने के कारण कंपनी का मार्केट price भी हर सेकंड बदलता रहता है, और उसी वजह से आपको शेयर का price हर सेकंड बदलते हुए दिखता है.
दोस्तों शेयर मार्केट एक सागर के जैसा है, जिसमें जानने के लिए बहुत कुछ है लेकिन आज हमने अपने आर्टिकल से आपको शेयर मार्केट के Basics समझाने की कोशिश की है. आपको हमारे आर्टिकल कैसा लगा हमें अपनी कमेंट बॉक्स में जरूर बताइए.