
प्रधान मंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान (Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan) के तहत दूसरे प्रदेशो से आये 60 लाख मजदूरों को उनके प्रदेश में ही रोजगार प्रदान किया। इसमें आप भी आवेदन कर सकते है इसमें कैसे ऑनलाइन ऑफलाइन आवेदन होंगे। प्रधान मंत्री गरीब कल्याण रोजगार आवेदन फॉर्म आदि की जानकारी हम आप को देंगे।
प्रधान मंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान (Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan) प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई एक रोजगार मुखी योजना है इसके तहत ऐसे लोगो को रोजगार प्रदान किया जायेगा जो की बेरोजगारी से जूझ रहे है और उसके रोजगार कोरोना वायरस के कारण छीन गए है।
भारत सरकार ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान में अप्रवासी मजदूरों (ऐसे मजदुर जो दूसरे प्रदेशमे जाकर मजदूरी करते है) को विशेष प्रावधान देने की योजना बनाई है जिससे की वे अन्य प्रदेश के लिए पलायन न करे और उनको अपने ही प्रदेश में रोजगार मिल जाये ।
क्या है प्रधान मंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान
प्रधान मंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान एक 125 दिनों की सरकार द्वारा निर्मित योजना है इसके तहत भारत सरकार का जोर कोरोना वायरस के कारण जिन लोगो के रोजगार छीन गए है और जो गरीब है जिनके पास रोजगार नहीं है ऐसे लोगो के लिए रोजगार निर्माण किये जायेंगे इसके लिए भारत सरकार ने रोड मैप तैयार कर लिया जो की 20 जून को प्रधान मंत्री द्वारा बताया जाएंगे और गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुवात की जाएगी।
गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत 25 तरह के कामो की लिस्ट बनाई गई है जिनके तहत लोगो को रोजगार प्रदान किये जायेंगे। सबसे बड़ी बात इस योजना की ये है जी ऐसे लोग जो अपनी रोजी रोटी के लिए दूसरे प्रदेशो के तरफ गमन करते थे उनको इस योजना में विशेष प्रावधान दिया जायेगा जिससे की अलग अलग प्रदेशो से मजदूरों का पलायन रुकेगा और उनको उनके प्रदेश में ही रोजगार मिलेगा।
साथ ही इस योजना में आत्मनिर्भर भारत की नीव भी राखी जाएगी जिसका आव्हान प्रधान मंत्री मोदी जी द्वारा पहले ही किया जा चूका है। इस योजना में भारत सरकार 50000 करोड़ रूपए खर्च करेगी जो की सरकर द्वारा दिए गए 20 लाख करोड़ के पैकेज का एक हिस्सा है।
किन को मिलेगा इस योजना में लाभ
इस योजना का लाभ वैसे तो पुरे भारत के कामगारों को होगा पर सरकर ने छह राज्यों बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा को गरीब कल्याण रोजगार अभियान योजना में विशेष प्रावधान दिया है इनमे भी 120 जिलों को चिंनित किया है जिसमे लगभग 60 लाख कामगारों को इस योजना का लाभ मिलेगा क्यों की इन्ही राज्यों में अप्रवासी मजदूरों का सबसे ज्यादा पलायन हुआ है और उनके रोजगार भी सबसे ज्यादा यही छीने है। इन 120 जिलों मेसे 50 जिले बिहार तथा उत्तर प्रदेश के है।
गरीब कल्याण रोजगार अभियान (Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan) से जुड़े हुए अधिकारियो द्वारा अलग अलग राज्यों की प्रवासी कामगारों की स्किल मैपिंग की जाएगी तथा उनकी स्किल मैपिंग का विश्लेषण करने के पश्चात उन्हें ग्रैड दी जाएगी ग्रेड के अनुसार ही उन्हें उन 25 कामो में से रोजगार प्रदान किया जायेगा।
जैसा की हम सब जानते है कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉक डाउन में बड़े पैमाने पर माइग्रेशन (अप्रवासी मजदुर) का पलायन देखा गया तब सरकर को पता चला की एक बड़ी मात्रा में अलग अलग प्रदेशो में मजदुर रोजगार के लिए पलायन करते है इसलिए भारत सरकार गरीब कल्याण रोजगार अभियान ले कर आई है। जिससे की प्रदेश में मजदूरों के पलायन के कारण आये संकट से कम्पनियो को मजदूरों की व्यवस्था भी की जाएगी।
गरीब कल्याण रोजगार अभियान (Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan) 125 दिनों तक चलेगा जिसमे की अलग अलग मजदूरों जी कॉन्सलिंग की जाएगी तथा उनकी स्किल्स को परखा जायेगा तथा उनको उनके ही प्रदेश में रोजगार दिया जायेगा।